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झारखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक, 2 डॉक्टर हुए संक्रमित, अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग

झारखंड में एक बार फिर से बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है. अगर आप चिकन बहुत पसंद करते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है. राजधानी रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि रांची में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.

Updated on: 29 Apr 2024, 07:54 PM

highlights

  • झारखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक
  • 2 डॉक्टर हुए संक्रमित
  • अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग

Ranchi:

झारखंड में एक बार फिर से बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है. अगर आप चिकन बहुत पसंद करते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है. राजधानी रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि रांची में बर्दड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. जैसे ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई, वैसे ही पशुपालन मंत्रालय में उल्लिखित दिशा निर्देशों के तहत कार्रवाई की एक श्रृंखला शुरू कर दी गई. वहीं, जितने भी प्रभावित क्षेत्र है, वहां सभी पक्षियों का सर्वेक्षण किया जा रहा है. साथ ही बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिले में मशीनरी की भी तैनाती की गई है. बर्ड फ्लू के प्रकोप को देखते हुए होटवार क्षेत्रों में पोल्ट्री फार्म के दो डॉक्टरों और 6 स्टॉफ को राजधानी रांची के जेएसआईए भवन में क्वारंटीन कर दिया गया है. साथ ही रांची से आई मेडिकल की टीम ने संक्रमित लोगों का सैंपल भी लिया है. 

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झारखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक

बर्ड फ्लू की संभावनाओं को देखते हुए चिकन की बिक्री में कमी देखी जा रही है. इन सबके बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बर्ड फ्लू को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. स्वास्थ्य विभाग किसी भी संभावना को देखते हुए कदम उठाने के लिए तैयार है. इसके अलावा जहां बर्ड फ्लू पाया गया है, वहां पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. वहीं, कुछ जगहों पर बर्ड फ्लू को रोकने के लिए उन्हें मारने का भी काम किया है. आपको बता दें कि बर्ड फ्लू को एवियन इंफ्लूएंजा भी कहा जाता है. यह सभी पक्षियों में एक समान नहीं होता है. यह एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, जो घरेलू और जंगली पक्षियों दोनों को प्रभावित करती है. 

बर्ड फ्लू से कैसे बचे?

बर्ड फ्लू से बचने के लिए एंटीवायरल उपचार के अलावा कई तरह के बचाव भी शामिल है. इसमें नियमित रूप से हाथ धोना और बाहरी पक्षियों को छूने से बचना चाहिए. जब कोई व्यक्ति अस्वस्थ दिखें तो उससे परहेज करें. बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें.