Kerala Bird Flu Outbreak: क्या है H5N1? जानें कैसे इसके खतरे से जूझ रहा केरल
भारत के दक्षिणी राज्य केरल में बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हाल ही में राज्य के अलाप्पुझा में दो पंचायतों को फ्लू ने बुरी तरह से प्रभावित किया है.
नई दिल्ली:
Kerala Bird Flu Outbreak: भारत के दक्षिणी राज्य केरल में बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हाल ही में राज्य के अलाप्पुझा में दो पंचायतों को फ्लू ने बुरी तरह से प्रभावित किया है, जिसके बाद राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Veena George) ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को केरल सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिनियम 2023 के तहत उचित उपाय शुरू करने का निर्देश दिया है. पंचायत-स्तरीय समितियों को स्थिति का आकलन करने और आवश्यक उपायों को लागू करने का काम सौंप दिया गया है. वहीं अलाप्पुझा और आस-पास के क्षेत्रों की सभी पंचायतों पर पंचायतों में 'वन हेल्थ' समितियों को पुनर्जीवित करने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि, हालांकि अबतक इंसानों पर बर्ड फ्लू का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, लेकिन इसके प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है.
गौरतलब है कि, एडथवा ग्राम पंचायत के वार्ड 1 और चेरुथाना ग्राम पंचायत के वार्ड 3 में बत्तखों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. भोपाल प्रयोगशाला में भेजे गए रोगसूचक बत्तख के नमूनों पर परीक्षण किए गए हैं. जिला अधिकारियों ने एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) की मौजूदगी की पुष्टि की है.
शुक्रवार को राज्य के पशुपालन विभाग (AHD) ने अलाप्पुझा के कुट्टनाड के प्रभावित इलाकों में पक्षियों को मारने का अभियान चलाया. एक समाचार पत्र में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बर्ड फ्लू के प्रकोप के केंद्र एडथुआ और चेरुथाना में लगभग 21,000 बत्तखों को मार दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त, प्रकोप वाले क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में सभी पालतू पक्षियों को मार दिया जाएगा.
H5N1 क्या है?
लाइव साइंस के अनुसार, H5N1, जिसे बर्ड फ्लू के रूप में भी जाना जाता है, एवियन इन्फ्लूएंजा ए का एक अत्यधिक रोगजनक उपप्रकार है, जो पोल्ट्री में गंभीर बीमारी पैदा करने और कभी-कभी मनुष्यों और अन्य स्तनधारियों (mammals) में फैलने के लिए जाना जाता है. हालांकि यह मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करता है, लेकिन यह मनुष्यों सहित गैर-पक्षी प्रजातियों में घातक परिणाम दे सकता है.
लक्षण क्या है?
मनुष्यों में, H5N1 संक्रमण के लक्षण व्यापक रूप से भिन्न हो सकते हैं. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, इनमें कोई लक्षण नहीं होने या हल्की बीमारी, जैसे आंखों की लालिमा (conjunctivitis) या हल्के फ्लू जैसे ऊपरी श्वसन लक्षण से लेकर गंभीर मामलों तक अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Vastu Tips: दक्षिण दिशा में मुख करके पूजा करना शुभ या अशुभ? कहीं आप तो नहीं कर रहें ये गलती
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Surya Dev ki Aarti: रविवार के दिन जरूर पढ़ें सूर्यदेव की ये आरती, जीवन में आएगा बड़ा बदलाव!
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक